सौदा

मैंने अपने नींद का सौदा किया
इस बदले,
मुझे उसका तसव्वुर ना दिखाई दे
लेकिन हालात तो तब बिगड़े
जब मुझे उसकी आहटें सुनाई दे ने लगी 

मैंने अपने ख़यालोंका सौदा किया 
इस बदले,
उसे हमेशा के लिए भुला दु में
लेकिन हालात तो तब बिगड़े 
जब उसके सिवा कोई मौजूद ही नही रहा

मैंने अपने रब का सौदा किया
इस बदले,
दुआ में कभी उसका जिक्र ना आए
लेकिन हालात तो तब बिगड़े
जब इबादत में उसने मेरा नाम लिया

मैंने अपने कलम का सौदा किया
इस बदले
मोहोब्बत वो रखले और कहानी मैं
लेकिन हालात तो तब बिगड़े
जब मोहोब्बत के सिवा
मेरी कलम से कुछ और
लिखा ही नही गया।


Written by
Suraj_2310

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